सभ्यताएँ और साम्राज्य
सभ्यताएँ और साम्राज्य
वैज्ञानिक गल्पों की एक प्रसिद्घ माला इस सदी का असिमोव (Asimov) लिखित 'संस्थान त्रयी' (Foundation Trilogy) है। उसमें आज से बीस सहस्त्राब्दी...
शिव के बारह ज्योतिर्लिंग
II द्वादश ज्योतिर्लिंगानि II
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनं
उज्जयिन्न्यां महाकाल मोंकार ममलेश्वरम १
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशंकरं
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने २ .
वाराणस्यां तु विश्वेशं...
य एषु सुप्तेषु जागर्ति
य एषु सुप्तेषु जागर्ति
कौन है वह जो 'इन' 'सोये-हुओं' में जागता है?
मैं इस सूक्ति को कुछ अलग अर्थ में देखता हूँ।
सोचता हूँ यह 'किसका'...